फारूक अब्बास। अपने लिये एक अच्छा घर लेना, गाडी लेना हर किसी का सपना होता है, और वो इस सपने के लिये जिन्दगी भर कठिन परिश्रम करके कुछ बचत क...
फारूक अब्बास। अपने लिये एक अच्छा घर लेना, गाडी लेना हर किसी का सपना होता है, और वो इस सपने के लिये जिन्दगी भर कठिन परिश्रम करके कुछ बचत करता है। अपनी बचत को वो अलग अलग जगह निवेश करता है जिससे उसे अच्छा रिर्टन प्राप्त हो। अगर आप भी अपनी बचत को निवेश करना चाहते हो तो आप SIP का सहारा ले सकते हो। यहाॅ निवेश करके आप अपने पैसे पर अच्छा रिर्टन पा सकते हो और अपने घर,गाडी के सपने को जल्दी से जल्दी पूरा कर सकते हो। पिछले कुछ दिनांे में भारत में SIP का क्रेज बढा है। आइये जानते हैं कि एसआईपी क्या है और कैसे यहाॅ निवेश करके एक अच्छा रिर्टन हासिल किया जा सकता है।
एसआईपी क्या है SIP Kya Hai:-
एसआईपी को अंग्रेजी में Systematic Investment Plan या SIP भी कहते हैं। एसआईपी में हर माह थोडा थोडा निवेश करके एक मोटी रकम कमाई जा सकती है। एसआईपी को बेहद कम इन्वेस्ट में शुरू किया जा सकता है। एसआईपी उन लोगों के लिये कारगर है जिन्हे शेयर मार्केट की समझ नही हैं।
एसआईपी (SIP) में बेहद मामूली निवेश 500 रूपये से भी शुरू किया जा सकता है। एसआईपी में एक निश्चित राशि एक निश्चित अन्तराल पर जमा करनी होती हैं। एसआईपी (SIP) के जरिये गोल्ड, शेयर बाजार, म्युचुअल फण्ड्स आदि में निवेश किया जा सकता है। एसआईपी के जरिये मध्यम वर्गीय लोग निवेश करके एक मोटी रकम प्राप्त कर सकते हैं।
एसआईपी (SIP) में कम निवेश की सुविधा के साथ साथ टैक्स में भी छूट मिलती है। एसआईपी (SIP) से आप जब चाहो तब बाहर आ सकते हो। एसआईपी (SIP) एक जोखिम वाला निवेश हो सकता है लेकिन इसमें जोखिम के अवसर बहुत कम होते हैं, अगर आप लम्बे समय के लिये निवेश कर रहे हो तो जोखिम बहुत कम हो जाता है।
एसआईपी की विशेषताऐंः-
1. एसआईपी में निवेश कम रकम से भी शुरू किया जा सकता है
यह एसआईपी की सबसे बडी विशेषता है। इसी विशेषता की वजह से मध्यमवर्गीय परिवारों में खासकर ग्रहणी और स्टूडेन्टस में एसआईपी काफी लोकप्रिय हो रहा है। आप एसआईपी में 500 रूपये से भी शुरूआत कर सकते हैं। एसआईपी मंे बेहद छोटा निवेश भी एक बडा रिर्टन देता है।
2. एसआईपी के जरिये बचत आसानी से हो जाती है
मंहगाई के इस दौर में बचत करना भी मुश्किल है। लेकिन एसआईपी के जरिये ये आसान हो जाती है। एक बार जब एसआईपी को ज्वाइन करते हो तो आपके खाते से हर महीने पैसे आॅटो डेबिट होकर एसआईपी प्लान में निवेश हो जाते हैं। आपको कुछ करने की जरूरत नही हैं। जरूरत है तो आपको सिर्फ एसआईपी लेने की।
3. कोई लाॅक पीरियड नही होता, जब चाहो पैसा वापस निकाल लो
एसआईपी में अन्य इन्वेस्टमेंट प्लान की तरह कोई लाॅक पीरियड नही होता। आप जब चाहो अपनी जरूरत के हिसाब से एसआईपी से अपना पैसा वापस ले सकते हो।
4. जोखिम कम होता है
एसआईपी में जोखिम कम होता है जिसका बडा कारण यह है कि कोई भी शेयर या यूनिट एक साथ नही खरीदा जाता। बल्कि उसे टुकडों में खरीदा जाता है। मार्केट कभी ऊपर कभी नीचे रहता है। इसलिये एसआईपी से खरीदे जाने वाले शेयर या यूनिट का औसतन प्राइस कम ही रहता है जिससे जोखिम बहुत हद तक कम हो जाता है। वहीं आप एक लम्बे समय के लिये निवेश कर रहे हो तो जोखिम न के बराबर होता है।
5. टैक्स में छूट मिलती है
एसआईपी का एक फायदा यह भी है कि आपके द्वारा किये गये निवेश और मिलने वाला रिर्टन टैक्स फ्री होता है। लेकिन इसके लिये आपको कम से कम 3 साल का लाॅक इन पीरियड वाला प्लान लेना होता है।
6. कम्पाउण्डिंग का फायदा-
एसआईपी में आपके निवेश पर मिलने वाले ब्याज को भी दोबारा इन्वेस्ट कर दिया जाता है। जिससे आपको ब्याज पर ब्याज मिलने लगता है और आपको कम निवेश में एक मोटी रकम मिल जाती है।
एसआईपी कैसे ज्वाइन करें
एसआईपी ज्वाइन करने के लिये थोडी निवेश की जानकारी होनी चाहिये। इसके लिये आप किसी भी वित्तीय सलाहकार के पास जाकर एसआईपी ले सकते हैं। लेकिन उससे भी पहले आपको इण्टरनेट या अन्य माध्यम से एसआईपी के बारे में थोडी जानकारी कर लें, क्योंकि ज्यादातर सलाहकार या ऐजेन्ट अपनी कमीशन के चक्कर में आपको भटका सकते हैं। आप सीधे अपनी बैंक शाखा जाकर भी एसआईपी ले सकते हैं वहीं अब आॅनलाइन बेबसाइट्स पर जाकर भी एसआईपी प्लान को ले सकते हैं इसके लिये आपको कई अच्छे प्लान मिल जाऐंगे। आप आॅनलाइन कम्पेयरिंग भी कर सकते हो और मिलने वाले रिर्टन की गणना भी कर सकते हो।
एसआईपी लेने के लिये आपको एक एसआईपी अकाउण्ट खोलना होगा जिसके लिये आपको आम बैंक खाते की तरह ही कुछ केवाईसी दस्तावेज (पहचान व पते के प्रमाण) देने होंगे। इसके बाद आपको निवेश की रकम और समय निश्चित करना होगा। जिससे निश्चित समय पर निश्चित धनराशि आपके बैंक अकाउण्ट से कट कर एसआईपी में निवेश हो जाऐ।
एसआईपी ज्वाइन करने से पहले जरा इन बातों पर भी ध्यान दें
मार्केट में बहुत सारे इन्वेस्ट प्लान हैं। जिनके अलग अलग ब्याज, व रिर्टन होते हैं। आपको कोई भी प्लान लेने से पहले से उन प्लान के बारे में अच्छी सी स्टडी करनी चाहिये। जिससे आप अपने लिये बेस्ट प्लान चुन सकते हो। प्लान चुनने से पहले आपको प्लान के रिस्क और रिटर्न को भी देखना होगा। इसके अलावा आपको ये भी देखना है कि वो एसआईपी लाॅग टाइम है या शाॅर्ट टाइम। एसआईपी लेने से पहले आप अलग अलग प्लान को कम्पेयर भी कर सकते हो। आप किसी अच्छे एडवाइजर से आप इसके लिये कन्सल्ट कर सकते हो।

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