फारूक अब्बास। बैंकिंग सिस्टम में ग्राहकों की सुविधाओं के लिये नई नई तकनीकि का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे ग्राहकों के लिये बैंकिंग सेवाऐ...
फारूक अब्बास। बैंकिंग सिस्टम में ग्राहकों की सुविधाओं के लिये नई नई तकनीकि का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे ग्राहकों के लिये बैंकिंग सेवाऐं आसान और सुगम हो जाऐं। बिना ज्यादा परेशानी का ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं का लाभ मिल सके। आज की पोस्ट में आप जानोगे RTGS पेमेन्ट सिस्टम के बारे में। यह एक पेमेन्ट सिस्टम है जिससे आप अपने खाते से किसी के भी बैंक खाते में पैसे भेज सकते हो। आज आप आरटीजीएस के बारे में जानोगे साथ ही ये भी जानोगे कि ये कैसे बाकी पेमेन्ट सिस्टम से अलग है।
RTGS क्या है
RTGS का पूरा नाम Real Time Gross Settlement है। RTGS पैसा ट्रान्सफर करनें का सबसे तेज तरीका है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि ये रियल टाइम वर्क करता है। इस के जरिये पैसा बेहद ही कम समय में बेनिफिसरी के खाते में पहुॅच जाता है। RTGS आरबीआई के द्वारा संचालित किया जाता है। ये बेहद सेफ होता है।
RTGS का उपयोग बडे लेन-देन के लिये किया जाता है। RTGS के माध्यम से कम से कम 2 लाख रूपये ही ट्रान्सफर किया जा सकता है जबकि ज्यादा से ज्यादा RTGS पर कोई लिमिट नही हैं आप जितना चाहो उतना पैसा ट्रान्सफर कर सकते हो। RTGS सुबह 9ः00 बजे से शाम के 4ः30 बजे तक काम करता है जबकि शानिवार वाले दिन सुबह 9ः00 बजे से दोपहर के 2ः00 बजे तक काम करता है।
RTGS का उपयोग कैसे करते हैं
RTGS को आप आॅनलाइन या आॅफलाइन दोनो तरीकों से उपयोग कर सकते हो। आॅफलाइन में आपको बैंक में जाकर RTGS का फाॅर्म भरना होता है। जिसमें आप बेनिफिसरी का नाम, खाता संख्या बैंक का नाम, आईएफएसी कोड भरना होता है। उसके बाद जितना अमाउण्ट आप भेजना चाहते हो उतने अमाउण्ट ( कमीशन जोडकर) का एक चेक बैंक का देना होता है। उसके बाद बैंक आपके खाते से RTGS कर देती है।
आॅनलाइन प्रक्रिया में आपके खाते पर इण्टरनेट बैंकिंग एक्टिव होनी चाहिये। उसके बाद आप RTGS के लिये बेनिफिसरी एड कर सकते हैं। एक बार बेनिफिसरी एड करनें के बाद उसे बेरिफाई होने में 4 घण्टे से 24 घण्टे तक लग जाते हैं। बेनिफिसरी एड करनें के लिये आपको उसका नाम, खाता संख्या, बैंक का नाम, आईएफएसी कोड आदि भरना होता है।
RTGS के फायदे
1. RTGS से सभी सेटलमेंट Real Time में क्लियर हो जाते हैं इसे पैसे भेजनें के तेज तरीकों में माना जाता है।
2. RTGS का उपयोग बडे अमाउण्ट भेजने में किया जाता है इससे मिनिमम 2 लाख रूपये तक के अमाउण्ट भेजे जाते हैं, वही मैक्सिमम जितने चाहो उतने अमाउण्ट को आप ट्रान्सफर कर सकते हो।
3. RTGS में बीच आरबीआई इन्वाॅल्व रहती है इसलिये आपका पैसा पूर्ण तरह सुरक्षित होता है।
4. आपके किये गये हर लेन-देन का रिकाॅर्ड रहता है।
5. इसमे चार्ज बेहद कम होता है।
RTGS और NEFT में अन्तर
1. NEFT का उपयोग छोटे-बडे सभी ट्रान्जेक्शन में किया जाता है लेकिन RTGS का उपयोग सिर्फ बडे ट्रान्जेक्शन में ही किया जाता है।
2. NEFT की मिनिमम फण्ड ट्रान्सफर लिमिट 1 रूपये होती है जबकि RTGS की मिनिमम फण्ड ट्रान्सफर लिमिट 2 लाख रूपये होती है।
3. RTGS की समय सीमा 9ः00 बजे से 4ः00 बजे तक की होती है जबकि NEFT की समय सीमा सुबह 9ः00 बजे से शाम के 7ः00 बजे तक होती है।

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