फारूक अब्बास। कई बार हमारी जिन्दगी में ऐसे मौके आते हैं जब हमें पैसे की सख्त जरूरत होती है लेकिन हमारे पास पैसे नही होते हैं। ऐसे में हमार...
फारूक अब्बास। कई बार हमारी जिन्दगी में ऐसे मौके आते हैं जब हमें पैसे की सख्त जरूरत होती है लेकिन हमारे पास पैसे नही होते हैं। ऐसे में हमारे पास एक कुछ विकल्प हो सकते हैं जैसे हम दोस्तो-रिश्तेदारों से उधार ले सकते हैं या फिर बैंक से लोन ले सकते हैं। लेकिन मंहगाई के इस दौर में दोस्तो या रिश्तेदारों से पैसे मिलने की सम्भावना कम होती है वहीं बैंक से लोन लेने की प्रक्रिया में काफी लेटलतीफी होती है। ऐसे में ओवरड्राफ्ट सुविधा आपके काम हो सकती है। आइये जानते हैं ओवरड्राफ्ट स्कीम के बारें में।
ओवरड्राफ्ट स्कीम क्या है
अगर आपको पैसे की आवश्यकता है तो आप अपने बैंक खाते से पैसे निकाल सकते हैं। आपके बैंक खाते में पैसे न होने की स्थिति में भी पैसे निकाल सकते हैं। इसी स्कीम को ओवरड्राफ्ट कहते हैं। इससे पैसे निकालने की एक लिमिट होती है आप उस लिमिट से ज्यादा पैसे नही निकाल सकते। ये लिमिट बैंक तय करती है अलग अलग खातों पर अलग अलग लिमिट होती है।
ओवरड्राफ्ट स्कीम के लाभ से आप अपने खाते में जमा पैसों से ज्यादा पैसे निकाल सकते हो जिसे आप बाद मंे बैंक को भुगतान कर सकते हो। बैंक इसके लिये आपसे मामूली सा ब्याज बसूलती है। यह ब्याज आपके द्वारा निकाली गई रकम और जमा करने की समयावधि पर निर्धारित होता है।
ओवरड्राफ्ट बैंको की तरफ से दिये जाना वाला उधार जैसा होता है जिसे आप आसानी से प्राप्त कर सकते हो। ये उधार शाॅर्टटर्म के लिये होता है।
कैसे मिलता है ओवरड्राफ्ट
ओवरड्राफ्ट लेने के लिये आपके सिविल स्कोर को जाॅचा जाता है। सिविल स्कोर के आधार पर ही आपको ओवरड्राफ्ट दिया जाता है। ओवरड्राफ्ट आपकी सैलरी, एफडी या बैंक में गिरवीं रखे बाॅण्ड के हिसाब से दिया जाता है। इसी से इसकी लिमिट तय की जाती है। इसका प्रोसेस लोन जैसा ही होता है। कई बैंक अपने ग्राहको के होने वाले ट्रान्जेक्शन के हिसाब से भी ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी देते हैं। जो कि काफी आसान होती है।
कैसे तय होती है लिमिट
ओवरड्राफ्ट की लिमिट आपकी सैलरी, आपके प्रोफिट, लेन-देन के रिकाॅर्ड के हिसाब से तय होती है। वहीं आपके द्वारा रखे गये गिरवी बाॅण्ड या एफडी का 90 प्रतिशत तक आपको ओवरड्राफ्ट मिल जाता है। वहीं शेयर बाॅण्ड या अन्य मार्केट इन्वेस्टमेंट के आधार पर आपको 70 प्रतिशत तक ओवरड्राफ्ट का फायदा मिल सकता है।
ओवरड्राफ्ट के फायदे
1. ओवरड्राफ्ट से आपकी तत्काल जरूरतें पूरी हो जाती हैं, बैंको से ओवरड्राफ्ट का लाभ लोन की तुलना में जल्दी मिल जाता है।
2. आपको अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के सामने हाथ नही फैलाने पडते, वहीं वक्त रहते आपकी जरूरतें पूरी हो जाती हैं।
3. ओवरड्राफ्ट पर ब्याज आपकी राशि व जमा किये गये समय के हिसाब से लगता है जबकि लोन में आपको हर महीने एक निश्चित प्रीमियम देना होता है।
4. ओवरड्राफ्ट पर लग रहा ब्याज आपके जमा एफडी या बाॅण्ड से एक या दो प्रतिशत ही ज्यादा होता है।
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ओवरड्राफ्ट के नुकसान
1. ओवरड्राफ्ट में आपको ब्याज देना होता है जोकि हर माह की एक निश्चित तारीख पर आपको जमा करना होता है अगर आप उस तारीख के बाद मंे पैसा जमा करवाते हो तो आपको पूरे महीने का ब्याज लगता है।
2. ओवरड्राफ्ट भी एक प्रकार का लोन हैं और ज्यादा कर्ज कभी फायदेमंद नही होता।

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