फारूक अब्बास। आज के डिजीटल युग में खरीददारी भी डिजीटल होती जा रही है। घरेलू सामान से लेकर मोटर साइकिल, कार यहाॅ तक कि घर भी आॅनलाइन खरीदे...
फारूक अब्बास। आज के डिजीटल युग में खरीददारी भी डिजीटल होती जा रही है। घरेलू सामान से लेकर मोटर साइकिल, कार यहाॅ तक कि घर भी आॅनलाइन खरीदे जा रहे हैं। आपको कोई भी सामान खरीदना हो तो आॅनलाइन जाकर आप उसके फीचर चेक करके पेमेन्ट कर सकते हो और कुछ ही दिनों में सामान की डिलीवरी आपको घर पहुॅच जायेगी। आॅनलाइन शाॅपिंग के बढते क्रेज के कारण यहा पर बिजनिस में भी बूम आ गया है। जहाॅ पहले गिनी चुनी आॅनलाइन शाॅपिंग कम्पनियाॅ होती थी वहीं अब हजारो ई-काॅमर्स पोर्टल आ गये हैं। दुनिया भर में 250 करोड से ज्यादा लोग आॅनलाइन शाॅपिंग करते हैं।
डिजीटल शाॅपिंग के इस दौर में हजारों ऐसी कम्पनियाॅ है जिनसे हम अपनी पसन्द का सामान आॅनलाइन खरीद सकते हैं। आॅनलाइन शाॅपिंग कम्पनियों का बाजार में बोलबाला है। मार्केट में अमेजन, फ्लिपकार्ट, मिन्त्रा जैसी हजारो बेबसाइट मौजूद हैं लो दिन भर में लाखों रूपये का आॅर्डर उठाती हैं। यदि आप इण्टरनेट की थोडी सी जानकारी रखते हो तो आप भी खुद की अमेजन या फ्लिपकार्ट जैसी कोई ईकाॅमर्स कम्पनी खोल सकते हैं। आइये जानते हैं कि कैसे आप खुद की ई-काॅमर्स कम्पनी खोल सकते हैं और कुछ बुनियादी बाते।
ई काॅमर्स कम्पनी खोलने से पूर्व की जरूरी बातेः-
ई काॅमर्स कम्पनी खोलने से पूर्व आपको कुछ बातों पर विचार अवश्य करना होगा अन्यथा आपकी कम्पनी फेल हो जायेगी।
1. सबसे पहले आपको कम्पनी को मिनस्टरी आॅफ काॅपरेट अफेयर में रजिस्टर कराना होगा। आप अकेले या पार्टनरशिप में भी इस कम्पनी को रजिस्टर्ड करा सकते हो। ऐसा करना से ग्राहकों का भरोसा आपके प्रति मजबूत होता है। जीएसटी लागू होने से पूर्व कई कम्पनियाॅ बिना रजिस्ट्रेशन के ही चल रही थी। लेकिन जीएसटी के बाद उन्हे भी रजिस्टेªशन कराना अनिवार्य हो गया है।
2. आपको ये देखना होगा कि आप जो सामान ग्राहकों को बेच रहे हो उसका इन्तजाम कहाॅ से करना होगा। क्या आप सारा सामान किसी अन्य से खरीद कर बेचोगे या खुद ही मैन्युफैक्चरिंग प्लाॅट लगाओगे। ये तरीका थोडा मॅहगा हो सकता है। लेकिन एक तरीका है कि आप सिर्फ आॅर्डर बुक करो और अलग अलग सेलर को वो आॅर्डर भेज दो। वो सेलर सीधे ही सामान ग्राहक को पहुॅचा देते हैं। सामान की सफल डिलीवरी होने के बाद आप अपना कुछ कमीशन काट कर सेलर के पास पैसे भेज सकते हो।
3. पेमेन्ट माॅड आॅफलाइन रखना है या आॅनलाइन ये भी एक बिषय है। वहीं आपके कस्टयूमर किस प्रकार की शाॅपिंग करना चाहते हैं ये भी आपको रिसर्च करना पडेगा।
4. कम्पनी की मार्केटिंग भी एक बडा काम हैं। 90 प्रतिशत कम्पनियाॅ खराब मार्केंिटंग की वजह से बन्द हो जाती है। इसलिये आपको एक बडा बजट मार्केंटिंग पर खर्च करना पडेगा।
5. मार्केट मंे चलने वाले उतार चढाव भी देखने होगे उनके हिसाब से आपको समस समय पर आॅफर्स निकालने होंगे। जिससे आपकी कम्पनी मार्केट में बनी रहे।
6. आप इस तरह की कम्पनी अकेले नही चला सकते इसके लिये आपको एक टीम की जरूरत होगी। जिसमें एक सेल्स मैनेजर, कम्प्यूटर आॅपरेटर, डिलीवरी बाॅय की आवश्यकता होगी। यदि आप सारे काम खुद ही करनें की सोचोगे तो आपकी कम्पनी 100 फीसदी फेल हो जायेगी। आॅफिस की कोई खास रिक्वायरमेन्ट नही हैं आप ये काम घर बैठकर भी कर सकते हो।
कुछ सलाह अर्नमेट्रो की तरफ से
1. यदि आप खुद की आॅनलाइन शाॅपिंग कम्पनी खोल रहे हो तो बेहतर ये रहेगा कि पहले आप खुद के शहर में ही सर्कुलेशन करों। जिससे आपको लोकल ग्राहक भी मिलेगें और डिलीवरी भी आप आसानी से कर पाओगे। वहीं यदि आप लोकल होगे तो ग्राहक भी आप पर ज्यादा भरोसा कर पायेंगे।
2. खुद का सामान बेचने से बेहतर है कि आप छोटे छोट व्यापारियों को खुद से जोडे और आप को जो भी आॅर्डर आते हैं आप उन्हे उन व्यापारियों का ट्राॅन्सफर कर दें। इसमें आप अच्छा कमीशन प्राप्त कर लोगे और सामान की गुणवत्ता या टैक्स के झंझट से मुक्त रहोगे।
3. यदि सम्भव हो तो अपने आसपास ऐसे लोगों को ढॅढिये जो छोटे स्तर पर किसी सामान की मैन्युफैक्चरिंग करते हैं या हैण्डी क्राफ्टेड सामान बेचते हैं। ऐसे लोगों को गली मौहल्ले सामान जाकर बेचना पडता है और उन्हे प्रोफिट भी कम मिलता है। आप ऐसे लोगों से सम्पर्क कर सकते हो इसमें उनको भी अपना सामान बेचने के लिये गली मौहल्ले नही जाना पडेगा और वे अपना पूरा समय केवल मैन्युफैक्चरिंग पर लगायेगे और ज्यादा मैन्युफैक्चर कर पायेंगे। वहीं आपको भी काफी कम कीमत पर सामान मिल जायेगा और आप ज्यादा मुनाफा कमा पायेगें। वहीं इस तरह के मैन्युफैक्चर में आप अपने मनमुताबिक सामना भी मैन्युफैकचर कर पायेंगे। लेकिन इसमें आपको सामान की क्वालिटी पर भी ध्यान देना होगा।
4. हो सके तो पहले से किसी ई-काॅमर्स कम्पनी मे कार्य कर रहे व्यक्तियांे से बात करे उनकी राय ले। यदि आपके पास एक अच्छा विजन हैं तो आप उन्हे अपने साथ काम करनें के लिये भी आॅफर कर सकते हो उन्हे आप सैलरी बेस या पार्टनर शिप पर भी रख सकते हैं। इससे आपका बोझ हल्का होगा।
कैसे खोले ई-काॅमर्स कम्पनी
सबसे पहले आपको अपनी कम्पनी को रजिस्टर्ड कराना होगा। उसके बाद आपको एक आॅफिस का इन्तेजाम करना होगा। आप अपने घर से भी काम शुरू कर सकते हो। बस आपको एक छोटे से कमरे की जरूरत है। फिर आपको टीम ढूढनी होगी जो आपके साथ काम कर सके। उनमें आपको सेल्स मैनेजर, कम्प्यूटर आॅपरेटर और डिलीबरी बाॅय की जरूरत पडेगी आप उन्हे सैलरी बेस, पार्टनरशिप बेस या कमीशन बेस पर रख सकते हो। उसके बाद आपको मार्केट में सेलर से सम्पर्क करना पडेगा जो आपको सामान उपलब्ध करा सकते है। फिर आखिरी काम होगा बेबसाइट बनाना जिसे आप डेवलपर से भी बनबा सकते हो या खुद अगर थोडी से टैक्नीकल नाॅलेज रखते हो तो आप खुद ही बना सकते हो।
ई-काॅमर्स बेबसाइट कैसे बनायें
अब सवाल ये है कि ई काॅमर्स बेबसाइट कैसे बनायें। इसके लिये आप किसी डेवलपर की मदद ले सकते हो या फिर आपको खुद ही थोडी सी टैक्नीकल नाॅलेज है तो आप खुद भी ई काॅमर्स बेबसाइट बना सकते हो। डेवलपर से बनबाने के लिये आपको मार्केट में डेवलपर ढूढना पडेगा। जिसे आप आॅनलाइन किसी प्लेटफाॅर्म जैसे जस्ट डायल आदि से तलाश कर सकते हो। यदि आप खुद ही ई-काॅसर्म बेबसाइट बनाना चाहते हो तो आप नीचे दिये गये टिप्स इस्तेमाल करके बना सकते हो।
1. डोमेन नेम व होस्टिंगः-
आप किसी भी डोमेन व होस्टिंग प्रोवाइड करवाने वाली साइट से होस्ंिटंग व डोमेन खरीद सकते हो। इसके लिये आप गूगल की मदद ले सकते हो। कई बेबसाइट ऐसी हैं जो सस्ते में डोमेन होस्टिंग प्रोवाइड करवाती हैं।
2. ई काॅमर्स साॅफ्टवेयर या थीमः-
इसके बाद आपको एक ई काॅमर्स साॅफ्टवेयर या थीम मार्केट से खरीदनी होगी। जिसे आपको अपनी होस्टिंग पर अपलोड करना होगा। आपकी बेबसाइट बन कर तैयार हो जायेगी। आप इसे अपने हिसाब से कस्टयूम डिजाइन भी करवा सकते हो। यदि आप के पास टैक्नीकल नाॅलेज नही हैं तो खुद डिजायन करना थोडा कठिन रहेगा। बेहतर हो आप इसे किसी प्रोफेशनल से ही खरीदें और बनबायें।
3. रेडीमेड बेबसाइट पर काम करना
कई ऐसी बेबसाइट इण्टरनेट पर मौजूद हैं जो पहले से रेडीमेट ई-काॅमर्स बेबसाइट बेचती हैं। इनका इण्टरफेस काफी यूजर फ्रैण्डली होता है। आप सिर्फ 5 मिनट में ही बेबसाइट तैयार कर सकते हो। इन बेबसाइट पर आपको सिर्फ अपना सामान लोड करना होता है। लेकिन इस तरह की बेबसाइट पर काम करनें से पहले आप कीमत और सर्विस के बारे में अच्छे से जान ले क्योंकि कुछ बेबसाइट आपको कम कीमत के साथ फुल एक्सेस देती हैं वहीं कुछ बेबसाइट आपसे बाद में किसी न किसी सर्विस के बहाने चार्ज लेती रहती है। आप शुरूआत में इस तरह की बेबसाइट पर काम कर सकते हो इसके बाद अगर आप का बिजनिस अच्छे से चलता है तो आप के लिये ये ही बेहतर होगा कि आप किसी अच्छे डेवलपर की मदद से एक अच्छी सी बेबसाइट थीम या साॅफ्टवेयर बनबाओ।
दोस्तो इस लेख में आपको पूरी जानकारी दी गई यदि फिर भी आपके मन में ई-काॅमर्स से जुडा कोई सवाल है तो आप कमेन्ट बाॅक्स में पूॅछ सकते हो आपको पूरी डिटेल प्रोवाइड करवाई जायेगी।

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