फारूक अब्बास। अगर आप कम्प्यूटर से जुडी बेसिक नाॅलेज भी रखते हैं तो आपनें एक शब्द अक्सर सुना होगा हैकर। आपनें यह भी सुना होगा कि रूट फोन ह...
फारूक अब्बास। अगर आप कम्प्यूटर से जुडी बेसिक नाॅलेज भी रखते हैं तो आपनें एक शब्द अक्सर सुना होगा हैकर। आपनें यह भी सुना होगा कि रूट फोन हैकर्स के पास होते हैं। आपके मन में एक सवाल ये भी आता होगा कि आखिर रूट फोन क्या होता है। क्या ये कोई स्पेशल तकनीकि वाला फोन होता है। आइये जानते हैं कि रूट फोन क्या होता हो।
रूट क्या होता है।
रूट करना एक प्रकार से अपनें स्मार्टफोन पर एक्सपेरीमेन्ट करना होता है। जिसमें आप अपनें फोन को अनलाॅक करके उसे अलग अलग तरीके से इस्तेमाल कर सकते हो। आपको फोन जो कम्पनी की सेटिंग्स पर चलता था वो रूट करनें के बाद आपके द्वारा की गई सेटिंग्स पर चलेगा। साफ शब्दों में कहा जाऐ तो रूट करनें के बाद आप का फोन आपके नियऩ्त्रण में काम करेगा न कि निर्माता कम्पनी के नियन्त्रण में।
फोन को रूट करनें के फायदे
1. अगर आप के फोन में 512 एमबी की रैम हैं तो आप इसमें ज्यादा एप्पस इन्सटाॅल नही कर पाओगे। लेकिन अगर आप का फोन रूट है तो आप अपनी मैमोरी कार्ड को रैम या इण्टरनल मैमरी की तरह इस्तेमाल में ले सकते हो।
2. अपनें एप्प को इण्टरनल मैमोरी से एक्सटर्नल मैमेरी (एसडी कार्ड) में रिमूव कर सकते हो जिससे आपके फोन की इण्टरनल मैमोरी ज्यादा नही भरेगी और आप का फोन अच्छी स्पीड से काम करेगा।
3. आपके फोन की कार्यक्षमता में सुधार आऐगा। इसमें मल्टीटास्किंग प्रर्दशन भी अच्छे से होगा।
4. जब आप फोन खरीदते हो तो कुछ ऐसे एप्प भी आपके फोन में आते हैं जो किसी भी काम के नही होते हैं। लेकिन आप उन्हे अनंस्टाल नही कर सकते हो और वे एप्पस बेमतलब स्पेस घेरते हैं। अगर आप का फोन रूट है तो आप उन्हे अपनें फोन से अनंस्टाल कर सकते हो।
5. आप अपनें फोन को हैंकिंग डिवाइस में बदल सकते हो। जैसे किसी का वाईफाई हैक करना, वाईफाई से कनेक्ट किसी भी व्यक्ति का नेट डिसकनेक्ट करना, नया आॅपरेटिंग सिस्टम लोड करना, न्यू थीम लोड करना। आप अपनें फोन में इसके अलावा और भी कई तरीके की हैकिंग कर सकते हो।
फोन को रूट करनें के नुकसान
1. फोन को रूट करनें के बाद आपके फोन की वारण्टी चली जाती है। कयोंकि रूट करना एक गैर कानूनी प्रक्रिया है। इसलिये अपनें पुराने फोन को ही रूट करें।
2. फोन को रूट करनें से पहले अपने पूरे डाटा का बैकअप जरूर लेलें। क्यों हो सकता है अगर आप अपनें फोन को सही तरीके से रूट न कर पाऐ तो आप का फोन दोबारा स्टार्ट ही न हो।
3. फोन को रूट करनें के बाद आप कम्पनी के साॅफ्टवेयर को अपडेट नही कर पाओगे क्योंकि रूटेट फोन को कम्पनी अपडेट नही देती है।
4. रूट करनें के बाद आपके फोन की सिक्योरिटी चली जाती है। जिस तरीके से आप किसी का फोन हैक कर सकते हो उसी तरीके से कोई आपका भी फोन हैक कर सकता है।
फोन को रूट करनें के फायदे और नुकसान जाननें के बाद ये फैसला करना कठिन होता है कि अपना फोन रूट करें या नही। दोस्तो वैसे तो फोन को रूट करना एक गैर कानूनी प्रक्रिया है। लेकिन अगर आप टैक्नाॅलाॅजी को नये नजरिये से देखना चाहते हो तो आप अपनें फोन को अवश्य रूट करें। वहीं अगर आप सिर्फ अपनें फोन को लिमिटेड फीचर्स के साथ रखना चाहते हो तो फोन रूट न करें। रूट करनें का अन्तिम फैसला आपका है।
