फारूक अब्बास । जब बात एफिलियेट मार्केटिंग की आती है तो सबसे पहले दिमाग में एक सवाल आता है कि आखिर एफिलियेट मार्केटिंग क्या है। एफिलियेट मा...
फारूक अब्बास। जब बात एफिलियेट मार्केटिंग की आती है तो सबसे पहले दिमाग में एक सवाल आता है कि आखिर एफिलियेट मार्केटिंग क्या है। एफिलियेट मार्केटिंग एक ऐसा तरीका है जिसमें अगर आप सफल होते हो तो आप सोते जागते, छुट्टियाॅ मनाते हुये भी पैसे कमा सकते हो।
एफिलियेट मार्केटिंग एक ऐसा तरीका है जिसमें कोई व्यक्ति अपनें ब्लाॅग या बेबसाइट के द्वारा किसी अन्य कम्पनी के प्रोडक्ट को प्रमोट करता है और बदलें में उसे पैसे मिलते हैं। जब कोई कम्पनी अपनें प्रोडक्ट की सेल बढानें या उसे प्रमोट करना चाहती है तो वह एफिलियेट प्रोग्राम लाॅच करती है और जब कोई ब्लाॅगर या बेबसाइट का मालिक उसे ज्वाइन करता है तो वह कम्पनी अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करनें के लिये उसे रेफरल लिंक, बैनर प्रोवाइट करवाती हैै।
ब्लाॅगर उस लिंक, बैनर का प्रयोग करके अपनें ब्लाॅग पर उस कम्पनी के प्रोडक्ट को प्रमोट करता है। जिसके बदलें में वह कम्पनी कुछ कमीशन ब्लाॅगर को देती है। यह कमीशन प्रोडक्अ के हिसाब से अलग अलग हो सकती है। यह सेल का कुछ प्रतिशत हिस्सा भी हो सकता है या फिर कोई फिक्स इनकम भी।
अगर आपके ब्लाॅग पर ज्यादा विजीटर आते हैं और कोई बिजिटर क्लिक करके प्रोडक्ट बेचनें वाली कम्पनी की बेबसाइट पर जाकर प्रोडक्ट खरीदता है तो आपके द्वारा कम्पनी की सेल बढती है बदलें में कम्पनी आपको पैसे देती है।
सरल शब्दों में कहा जाऐ तो एफिलियेट मार्केटिंग अपनें ब्लाॅग या बेबसाइट के द्वारा किसी दूसरी कम्पनी का प्रोडक्ट बेचनें का काम हैं जिसके बदलें में हमें कुछ कमीशन प्राप्त होती है।
एफिलियेट मार्केटिंग से जुडे सवाल
1. कौन कर सकता एफिलियेट मार्केटिंग
जबाब- इसे कोई भी ब्लाॅगर कर सकता है। अगर उसके थोडे से ठीक ठाक विजीटर आते हैं तो वो एफिलियेट प्रोग्राम को ज्वाइन कर सकता है। कुछ कम्पनियाॅ एफिलियेट प्रोग्राम को ज्वाइन करनें वाले का रिव्यू करती हैं जबकि कुछ कम्पनियाॅ ऐसी अप्रूवल दे देती हैं। अप्रूवल के मामलें में यह गूगल एडसेन्स से कई ज्यादा तेज हैं।
2. क्या ये गूगल एडसेन्स का अल्टरनेटिव है
जबाब - एफिलियेट प्रोग्राम से आप गूगल एडसेन्स से भी ज्यादा इनकम प्राप्त कर सकते हो। बहुत से ब्लाॅगर तो गूगल एडसेन्स यूज ही नही करते।
3. एफिलियेट प्रोग्राम को गूगल एडसेन्स के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं।
जबाब - कुछ प्रोग्राम को गूगल एडसेन्स के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं जबकि कुछ प्रोग्राम को इस्तेमाल करनें की अनुमति गूगल एडसेन्स नही देता है।
4. कम्पनी ये कैसे ट्रैक करती है कि सेल हमनें करवाई है।
जबाब - कम्पनी हर यूजर को एक यूनिक रेफरल लिंक प्रोवाइड करवाती है। इसके बाद जब भी कोई व्यक्ति आपके लिंक से जाकर प्रोडक्ट खरीदता है तो आप को और कम्पनी को दोनो का पता चल जाऐगा।
5. कोई हमारें कहनें से प्रोडक्ट क्यों खरीदेगा
जबाब - आपके पास जो भी विजीटर आते हैं वो किसी खास मूड से आते हैं। मान लीजिये किसी व्यक्ति को कोई फोन खरीदना लेकिन खरीदनें से पहले वो उसके बारें में जानकारी करना चाहता है और आपके ब्लाॅग पर उस फोन का रिव्यू मौजूद है तो आपके ब्लाॅग से उस रिव्यू पढेगा और ये भी हो सकता है कि वहीं से क्लिक करके वो प्रोडक्ट भी खरीद ले।
6-कम्पनी नें फ्राॅड किया तो
जबाब - ये भी सम्भव है कि कोई कम्पनी आपके या ग्राहक के साथ फ्राॅड करे। ऐसी स्थिति में आपके ब्लाॅग को लोग फर्जी ब्लाॅग माननें लगेगें और आपको पेमेन्ट भी नही मिलेगा। इसलिये एफिलियेट प्रोग्राम किसी जानी मानी ब्राॅण्डेड कम्पनी से ही ज्वाइन करें। अगर आप कोई नई कम्पनी का एफिलियेट प्रोग्राम ज्वाइन कर रहे हो तो उसकी पूरी जाॅच पडताल कर लें।
7-क्या एफिलियेट मार्केटिंग कानूनी रूप से वैध है।
जबाब - जी हाॅ ये पूरी तरह से वैध है।
अगर आपके मन में एफिलियेट प्रोग्राम से जुडी कोई जानकारी या चाहिये या आपके मन में कोई भी सबाल है तो कमेन्ट बाॅक्स में लिख सकते हैं। इसके अलावा आपको हमारी पोस्ट कैसी लगी ये भी आप हमें कमेन्ट बाॅक्स में बता सकते हो।
