फारूक अब्बास। सरकारी दफ्तर और प्राइवेट कम्पनियों में अक्सर लोग एक खास भाषा में काम करते दिखते हैं । यह ऐसी लैंग्वेज है जिसमें काम आसान...
फारूक अब्बास। सरकारी दफ्तर और प्राइवेट कम्पनियों में अक्सर लोग एक खास भाषा में काम करते दिखते हैं । यह ऐसी लैंग्वेज है जिसमें काम आसान हो जाता हैै इसमें लिखनें की स्पीड तेज हो जाती है। इस लैग्वेज की खास बात यह है कि इसे बहुत ही कम लोग जानते हैं और इसमें नौकरी पाना आसान हो जाता हैै। यह लैैग्वेज सीख कर हम 20 हजार से 50 हजार रूपये तक की सैलरी आसानी से प्राप्त कर सकते हैैं। आइये जानते हैं पूरी जानकारी।
इस भाषा को सीखनें के लिये किसी खास शैक्षिक योग्यता की जरूरत नही होती। आप इसे 10वीं पास करके ही सीख सकते हो। इस लैंग्वेज को शॉर्टहैण्ड कहते हैैं । इस लैंंग्वेज को सीखा थोडा कठिन होता है इसलिये इसमें क्रेज बहुत ही कम होती है। अगर इसे लग्न से सीखा जाऐ तो 6 महीनें से 1 साल के भीतर आप इस भाषा में एक्सपर्ट हो सकते हो।
सरकारी ही नही प्राइवेट सैक्टर मेें भी इस भाषा को जानने वालों की खासी डिमाण्ड होती हैै इस भाषा को जानने वाले लोगों को 50 हजार रूपये की नौकरी आसानी से मिल जाती हैै। सरकारी सैक्टर में हाईकोर्ट, या प्रशासनिक अधिकारी के स्टैनों के रूप में ज्यादा ऐसे लोगों की डिमाण्ड होती है। इसके अलावा प्राइवेट कम्पनियों के सीईओ या एमडी के पीए के रूप मेें भी जॉब मिलनें के चॉस ज्यादा होते हैं।
आप इस भाषा को किसी भी सरकारी या प्राइवेट इंस्टीटयूट से सीख सकते हो। इसे सीखना थोडा कठिन होता है लेकिन अगर आप पूरी शिद्दत के साथ आप इसे सीखोगे तो आप 1 साल के भीतर ही इस भाषा में एक्सपर्ट हो जाओगे।
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